Author: sanketdhavan76@gmail.com

पुरुष तेरे कितने रूप – तू पिता, भाई, बेटा, दोस्त/यार/मित्र, प्रेमी, पति, दामाद/जमाई, मामा, चाचा/काका, भांजा, भतीजा, आदि… तू मेहनतकश किसान, ईटा-भट्टी मजदूर, सैनिक, रिक्षा-चालक, आदि……

हमारा समाज और न्यायप्रणाली पैट्रिआर्की से ग्रस्त है या मिसॅन्डरी से! आप ही सोचिये इंटरनेशनल मेनस् डे 19 नवंबर के उपलक्ष में – डॉ. मिथुन खेरडे,…

A short Poem on International Men’s Day. Tuesday, 19 November The society has been telling young boys not to show emotion and be laughed if did. Next,…